Primary School  Under Relief Fund.2022

सरकारी विद्यालय में पढ़ने वाले प्रारंभिक विद्यालय के छात्रों को मिलेंगे 416 करोड़ रुपए, Bihar Government Provides ₹250-400 to the Students of Primary School  Under Relief Fund.2022

 Bihar Government Provides250.-₹400. to the Students of ,Primary School  Under Relief Fund.2022

 

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Primary School  Under Relief Fund.2022 शैक्षणिक सत्र 2022-23 में पढ़ने वाले छात्रों को प्रत्येक साल छात्रवृत्ति एवं कुछ कोषांग राशि उनके आर्थिक मदद के लिए देती है। प्रत्येक वर्ष की भांति इस साल भी बिहार सरकार सरकारी विद्यालय में पढ़ने वाले प्राथमिक विद्यालय के सभी छात्रों के खाते में 416 करोड़ रुपए ट्रांसफर करने जा रही है।

 

इसका उद्देश्य छात्रों के भविष्य को उज्जवल बनाना एवं उसको आर्थिक मदद करना है,ताकि वे सभी छात्र उच्च शिक्षा प्राप्त करने की आधारशिला को तैयार कर सके।इतना ही नहीं प्राथमिक विद्यालय के सभी छात्र छात्राओं को बिहार सरकार कोषांग राशि के साथ-साथ को राहत कोषांग राशि के साथ-साथ उनके पोशाक साइकिल किताब एवं मिड डे मील की भी व्यवस्था विद्यालय में करवाती है।

आप सभी लोग यह जानते हैं कि बिहार सरकार जिसका शैक्षणिक सत्र प्रत्येक वर्ष मार्च अप्रैल से शुरू होता है। मार्च मार्च-अप्रैल सत्र में पढ़ने वाले सभी छात्रों को उसके किताब के लिए उनके पोशाक के लिए पैसे राशि छात्रों के खाते में ट्रांसफर कर दिया जाता है। क्योंकि अध्ययन सत्र मार्च-अप्रैल में ही प्रारंभ होता है।

प्राथमिक प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले सभी छात्रों के लिए यह एक बहुत बड़ी खुशखबरी है और वे किताब खरीदने के लिए राशि प्राप्त कर सकते हैं एवम आसानी से किताब खरीद सकते हैं।इससे उनकी आर्थिक मदद भी मिलेगी और समय से अपनी पढ़ाई भी प्रारंभ कर पाएंगे।

मई के पहले हफ्ते में बच्चों के खाते में जाएंगे 416 करोड रुपए, Relief Fund for Books in Primary Schools,Primary School  Under Relief Fund.2022,Primary School  Under Relief Fund.2022

 

शिक्षा विभाग का डीबीटी कोषांग बच्चे के खाते में भेजने की तैयारी,

पौने दो करोड़ बच्चों के किताब छपाई के लिए राशि जारी।

Primary School  Under Relief Fund,मई के प्रथम हफ्ते में बच्चों के खाते में किताब खरीदने के लिए राशि भेजने की तैयारी की जा रही है। बच्चों को  किताब खरीद मद में लगभग 416 करोड़ रुपए डीबीटी के माध्यम से प्राथमिक विद्यालय के सभी छात्र छात्राओं के खाते में ट्रांसफर किया जाएगा।

 

विभाग के डीबीटी प्रभारी सह माध्यमिक निदेशक मनोज कुमार ने बताया कि बिहार शिक्षा परियोजना परिषद से राशि प्राप्त हो गई है और इसे प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के खाते में जल्द ही ट्रांसफर कर दिया जाए। यह राशि बच्चों को आरटीजीएस के माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा ताकि सभी बच्चे शैक्षणिक सत्र 2022-23 में अपना अध्ययन समय से शुरू कर सके।

राहत कोषांग योजना 2022, प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले वर्ग प्रथम से आठवीं तक के बच्चों को कितने पैसे मिलेंगे,Primary School  Under Relief Fund.2022

           वर्ग                                      राशि
      पहली से चौथी                   ₹250.00
5वीं से 8वीं ₹400.00
Check account balance click here

                      

शैक्षणिक सत्र 2022-23 : उपर्युक्त विवरण से यह पता चलता है ज्ञात होता है की बिहार सरकार साक्षरता अभियान के तहत विभिन्न मदों में प्राथमिक विद्यालय के सभी छात्रों को समय-समय पर कोषांग राहत मद के अंतर्गत विभिन्न तरह के फंड प्रदान करती है यहां हालांकि पहली से चौथी वर्ग के बच्चों के लिए ₹250 और पांचवी से आठवीं तक के बच्चों को ₹400 किताब क्रय करने के लिए इसी सप्ताह राशि जारी कर देगी और सभी छात्र छात्राएं अपने खाते को अपडेट कर पैसा निकासी कर सकते हैं।

official website https://pfms.nic.in/static/NewLayoutCommonContent.aspx?RequestPagename=static/KnowYourPayment_DW_New.aspx

Up Scholarship 2022

 

शैक्षणिक सत्र 2022-23 : उपर्युक्त विवरण से यह पता चलता है ज्ञात होता है की बिहार सरकार साक्षरता अभियान के तहत विभिन्न मदों में प्राथमिक विद्यालय के सभी छात्रों को समय-समय पर कोषांग राहत मद के अंतर्गत विभिन्न तरह के फंड प्रदान करती है यहां हालांकि पहली से चौथी वर्ग के बच्चों के लिए Rs.250 और पांचवी से आठवीं तक के बच्चों को RS.400 किताब क्रय करने के लिए इसी सप्ताह राशि जारी कर देगी। सभी छात्र छात्राएं अपने खाते को अपडेट कर पैसा निकासी कर सकते हैं।

पौने दो करोड़ बच्चों को किताब उपलब्ध कराने को लेकर छपाई शुरू ।

राज्य के सरकारी तथा सहायता प्राप्त सरकारी स्कूलों में कक्षा एक से आठवीं तक के बच्चों को जिसका शैक्षणिक सत्र 2022-23 में किताब उपलब्ध कराने के लिए सहायता राशि के रूप में सभी छात्रों को नए सत्र के लिए किताबें शीघ्र उपलब्ध कराने की तैयारी आरंभ हो गई है।
बिहार स्टेट टेक्स्ट बुक पब्लिशिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड ने इंपैनल्ड मुद्रकों (प्रकाशकों )को बच्चों की पाठ्य पुस्तक शीघ्र प्रकाशित कर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।

साथ ही 6 से 14 साल के बच्चों को मुफ्त एवं अनिवार्य शिक्षा कानून के तहत किताबें मुहैया कराने की योजना के तहत इन बच्चों को किताब खरीदने की राशि शीघ्र ही उनके खाते में भेजने की तैयारी भी आरंभ हो गई है। जहां तक बात है पोशाक और बच्चों के छात्रवृत्ति की वो भी राशि शैक्षणिक सत्र 2023 के लिए शीघ्र ही ऑनलाइन शुरू किया जाना है।इस पर भी विचार किया जा रहा है।

  • चिन्हित प्रकाशकों को छपाई कर किताबें जिले प्रखंड व खुले बाजारों में उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी
  • इस बार किताबों का टेंडर नहीं होने के कारण,समय बचाने को पिछले साल का वर्क आर्डर ही लागू किया गया है।
  • किताबों की राशि बीईपी से आते ही डीबीटी कोषांग बच्चों के खाते में भेजेगा। अब तो दूर होने की कोई गुंजाइश नहीं रहेगी और बच्चों को जल्द ही किताब उपलब्ध कराया जा सकता है इसीलिए यह सभी प्रक्रियाएं बहुत जल्द लागू किया गया है।

हम यह बता दें कि 18 अप्रैल को हे बिहार सरकार के द्वारा पढ़ाए जाने वाली टेक्स्ट बुक निगम के प्रबंध निदेशक सहा शिक्षा निदेशक प्रमोद कुमार ने सभी अधिकृत प्रकाशकों को समग्र शिक्षा अभियान 2022से 2023 के अंतर्गत कक्षा 1 से 8 तक की पुस्तकों की छपाई कर राज्य के सभी जिलों प्रखंडों एवं खुले बाजार सीआरसी तथा बीआरसी में छात्र-छात्राओं को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था और इसके मुताबिक छात्र छात्राओं को शीघ्रता से किताबें उपलब्ध कराई जा सकती है।

प्रबंध निदेशक मनोज कुमार ने आदेश दिया है कि मुद्रकों ने  किताबों की छपाई भी शुरू कर दी है। जल्दी ही अब इन्हें जिलों में पहुंचाने का काम किया जाएगा। हालांकि इसके लिए बच्चों की राशि तो ट्रांसफर कर ही दी जाएगी अर्थात छात्र-छात्राओं के खाते में भेज दी जाएगी।छात्र,किताब स्वतंत्र रूप से कहीं से भी खरीद सकते हैं या प्राप्त कर सकते हैं।

चुकी नया सत्र शुरू हो चुका है और पूरा अप्रैल महीना बीत रहा है।इसलिए,बिहार शिक्षा निदेशालय ने पिछले साल जिन प्रकाशकों को पुस्तक मुद्रण का यानी छपाई का आदेश दिया था,उसे ही जारी कर दिया है टेंडर की प्रक्रिया अपनाई जाती तो एक महीना और समय लग जाता ।

विलंब से बचने की कवायद के तहत यह कार्रवाई की गई है, निदेशक ने पुस्तक छापने वाले को सख्त हिदायत दी है कि यदि किताबों की गुणवत्ता में शिकायत होगी तो जांच किया जाएगा और जांच किए बाद कार्रवाई भी की जाएगी छापी गई किताबों की बिक्री के पूर्व 10-10 प्रति निगम मुख्यालय को अनिवार्य रूप से देनी होगी।

खुले बाजार के के दुकानदारों की सूची तैयार की जा रही है

किताब खरीदने के लिए प्रत्येक बच्चे तक किताब उपलब्ध हो सके इसको लेकर पूर्व की भांति इस बार भी खुले बाजार की मदद ली जाएगी।राज्य के सभी जिलों प्रखंडों एवं खुले बाजार में पुस्तकों के खरीदने के लिए पुस्तक बेचने वाले को ऑनलाइन माध्यम से पंजीकरण किया जा रहा है और सूची बनाए गए पुस्तक विक्रेताओं के साथ अनुबंध होने के उपरांत उनकी सूची प्रकाशकों को उपलब्ध करा दी जाएगी।

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